सुदामा चरित से हमें जीवन में आई कठिनाइयो का सामना करने की सीख देता है: सत्यव्रत तिवारी , गोपालपुर श्रीमद् भागवत कथा में बेलतरा क्षेत्र के जनपद सदस्य कमला देवी विजय साहु शामिल हुए ।

गोपालपुर श्रीमद् भागवत कथा में बेलतरा क्षेत्र के जनपद सदस्य श्रीमती कमला देवी विजय साहू शामिल हुए
नेवसा ——- बेलतरा ग्रामीण क्षेत्र के गोपालपुर मे श्रीमद् भागवत कथा 13 अप्रैल चल रही जिसमें कथावाचक ईश्वरी छाया दुबे मुख्य यजमान , फेकूूराम साहू ,जगत राम साहू ,केसरी साहू , संतोष साहूू ऋषिसाहू ,विक्रम साहू , नीलिमा साहू ,सनत साहू संतोषी साहू , मनमोहन साहू सरस्वती साहू, संत कुमार साहू , रामनारायण साहू, तृप्ति साहू जयनारायण साहू गौरीशंकर साहू ,संगीता साहू ,प्रदीप साहू , भावना साहू ,मद् भागवत कथा का समस्त ग्रामवासी सुदामा चरित्र की महिमा को श्रवण कर आनंद से विभोर होकर कथा का श्रवण किया साथ गिधौरी कथा का बड़ी हर्षोल्लास के साथ रसपान किया और कथावाचक ईश्वरी छाया दुबे बताया कि मित्रता में गरीबी और अमीरी नहीं देखनी चाहिए, मित्र एक-दूसरे के पूरक होते हैं। श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता हमें यही सीख देती है।

ग्राम गोपालपुर में चल रही भागवत कथा के सातवा दिवस पर सुदामा चरित्र की कथा सुनाते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने बचपन के मित्र सुदामा की गरीबी को देखकर रोते हुए अपने राज सिंहासन पर बैठाया और उन्हें उलाहना दी कि जब गरीबी में थे, तो अपने मित्र के पास तो आ सकते थे। लेकिन सुदामा ने मित्रता को सर्वोपरि मानते हुए श्रीकृष्ण से फिर भी कुछ नहीं मांगा। कथा व्यास ने कहा कि सुदामा चरित्र हमें जीवन में आई कठिनाइयों का सामना करने की सीख देता है।

सुदामा ने भगवान के पास होते हुए भी अपने लिए कुछ नही मांगा अर्थात निस्वार्थ समर्पण ही असली मित्रता है। इस दौरान ‘अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो, दर पर सुदामा गरीब आ गया है’, जैसे कई भजनों की प्रस्तुति दी गई। जिस पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य भी किया। कथा पंडाल में श्रीकृष्ण सुदामा की झांकी भी सजाई गई। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। कथा आयोजकों ने बताया कि 13 अप्रैल बेलतरा क्षेत्र जनपद सदस्य श्रीमती कमला देवी विजय साहू शामिल होकर सुदामा चरित्र की कथा का श्रवण कराई गई है, जिसमें आसपास के गांवों के लोगों से भी भाग लेने का आग्रह किया गया l

